Web-Logo
Share MarketBulls


Iran-Israel war and trump

मध्य पूर्व में युद्ध: कैसे इज़राइल–ईरान संघर्ष और अमेरिका की प्रतिक्रिया हिला रही है वैश्विक बाजार


🧬 परिचय: दुनिया एक नाज़ुक संतुलन पर चल रही है

बाजार अनिश्चितता से नफरत करते हैं। और जून 2025 के मध्य से यह अनिश्चितता पूरी ताकत से आ चुकी है।

13 जून को इज़राइल ने ईरान के मिसाइल और न्यूक्लियर ठिकानों पर हवाई हमले किए। जवाब में, ईरान ने ड्रोन और मिसाइल हमलों से पलटवार किया। तनाव चरम पर पहुंच गया। लेकिन जिसने वैश्विक बाजारों को हिलाकर रख दिया, वह था अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान:

“हम इसमें शामिल नहीं हैं — अभी नहीं। लेकिन हम हो सकते हैं।”

उस "अभी नहीं" ने कच्चे तेल, सोने और बाजार की अस्थिरता को आसमान पर पहुंचा दिया — और दुनिया भर के ट्रेडर्स सतर्क हो गए।


📂 कच्चा तेल: जोखिम प्रीमियम की वापसी

सिर्फ एक शब्द: हॉर्मुज़
हॉर्मुज़ की खाड़ी — जहां से वैश्विक कच्चे तेल का लगभग 20% गुजरता है — अब युद्ध के खतरे में है। ईरान ने चेतावनी दी है कि यदि युद्ध बढ़ता है, तो वह इसे बंद कर सकता है।

🔥 क्या हुआ:

  • ब्रेंट क्रूड $75 से बढ़कर $83+ तक पहुंच गया। विशेषज्ञों का अनुमान है कि यदि संघर्ष बढ़ता है, तो यह $100–130 तक जा सकता है।

  • अमेरिकी तेल वायदा एक दिन में लगभग 3% चढ़ गया; ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में भी तेजी आई।

💡 स्टॉक नजरिया: ONGC, रिलायंस, ऑयल इंडिया, इंडियन ऑयल पर नजर रखें।
⚠️ लेकिन एयरलाइंस, लॉजिस्टिक्स और पेंट सेक्टर पर मार्जिन का दबाव आ सकता है।


🏅 सोना: क्लासिक सेफ हेवन

जैसे ही हमले शुरू हुए, सोना उछल गया — $3,430/oz तक पहुंच गया, जो रिकॉर्ड स्तर के करीब है। MCX पर भी भारतीय सोने की कीमतों में जोरदार उछाल देखा गया।

सेफ-हेवन रणनीति: गोल्ड ETF में SIP या डिप्स पर लॉन्ग कॉल्स इस अस्थिरता में लाभदायक हो सकते हैं।


📉 इक्विटी मार्केट: अब तक गिरावट नहीं — लेकिन खतरा बना हुआ है

भले ही डर बना हुआ है, लेकिन शेयर बाजार अब तक नहीं गिरे हैं।

  • अमेरिकी सूचकांक लगभग 0.8% गिरे, जबकि डॉव जोन्स में 17 जून को 300 से ज्यादा अंकों की गिरावट आई।

  • भारत का निफ्टी और सेंसेक्स मजबूत दिखे, लेकिन अस्थिरता बढ़ गई है।


⚠️ शेयर बाजार पर दबाव के 3 कारण:

  1. कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें → महंगा आयात और महंगाई

  2. मजबूत डॉलर → विदेशी निवेश की निकासी

  3. ब्याज दरों में कटौती में देरी → सेंट्रल बैंकों की सख्त नीति

📈 ट्रेडर टिप: यह घबराने का नहीं, अवसर का समय है। स्मार्ट रेंज ट्रेडिंग करें और स्टॉप-लॉस जरूर लगाएं।


🏦 करेंसी और महंगाई: एक चुपचाप मार करने वाला खतरा

भारतीय रुपया दोहरी मार झेल रहा है:

  • ऊंचे क्रूड प्राइस → भारत का आयात बिल बढ़ा

  • वैश्विक जोखिम बढ़ा → विदेशी पूंजी बाहर जा रही है

यदि कच्चा तेल $90–100 से ऊपर बना रहा, तो रुपया ₹86–88/$ तक गिर सकता है, जिससे RBI की नीतियां सख्त हो सकती हैं।


अमेरिका की भूमिका: देख रहे हैं, सोच रहे हैं... लेकिन तैयारी कर रहे हैं?

प्रमुख घटनाक्रम:

  • अमेरिका ने क्षेत्र में अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ा दी है — जिसमें एयरक्राफ्ट कैरियर्स और डिफेंसिव इकाइयाँ शामिल हैं।

  • ट्रंप ने इशारा दिया:

    “हम शामिल नहीं हैं... लेकिन अगर ईरान ने रेखा पार की, तो हम हो सकते हैं।”

  • राजनयिक प्रयास जारी हैं: एक अमेरिकी दूत को कतर भेजा गया है, जहाँ ईरान से परोक्ष बातचीत की कोशिशें हो रही हैं।

🧐 क्यों ज़रूरी है: यदि अमेरिका सीधा युद्ध में कूदता है, तो रिस्क एसेट्स की कीमतें गिरेंगी और सेफ हेवन में जबरदस्त उछाल आएगा।



📊 इन परिदृश्यों पर ट्रेडर्स को नज़र रखनी चाहिए:

स्थिति

कच्चा तेल

सोना

शेयर बाजार

रुपया व महंगाई

तनाव सीमित रहता है

$80–85

स्थिर/उच्च

हल्की गिरावट

₹84–86

ईरान संघर्ष बढ़ाता है, अमेरिका नहीं जुड़ता

$90+

$3,500+

5–10% गिरावट संभव

₹86+

अमेरिका सीधे युद्ध में कूदता है

$110–130

नया उच्च

10–20% गिरावट संभव

₹88+


🎯 भारतीय निवेशकों और ट्रेडर्स को क्या करना चाहिए?

🔹 शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स के लिए:

  • गोल्ड, ऑयल, डिफेंस सेक्टर में मोमेंटम प्ले पर फोकस करें

  • क्रूड-हैवी मिडकैप्स से बचें

  • सख्त स्टॉप-लॉस का उपयोग करें, अधिक लीवरेज न लें

🔹 निवेशकों के लिए:

  • गुणवत्ता वाले स्टॉक्स को होल्ड करें — घबराकर न बेचें

  • पोर्टफोलियो को गोल्ड या कमोडिटी ETF से हेज करें

  • क्रूड, INR और बॉन्ड यील्ड्स पर नियमित नजर रखें


🔮 अंतिम विचार: सतर्क रहें, समझदारी से ट्रेड करें

भूराजनीति नई नहीं है। लेकिन इस बार बाजार सिर्फ डर नहीं, बल्कि अनिश्चितता की कीमत लगा रहा है।

इज़राइल–ईरान संघर्ष हमें याद दिलाता है कि बिना वैश्विक समझ के ट्रेडिंग करना, बिना रडार के जहाज चलाने जैसा है।
स्मार्ट ट्रेडर्स लचीले, सतर्क और रणनीतिक होते हैं।

शुभ ट्रेडिंग!

Share Market Bulls

हमारा उद्देश्य शैक्षिक सामग्री प्रदान करना है, जो शुरुआती और अनुभवी निवेशकों को स्टॉक ट्रेडिंग, बाजार प्रवृत्तियों और निवेश रणनीतियों की जटिलताओं को समझने में मदद करे।

हम स्टॉक सिफारिशें, खरीद/बिक्री संकेत या वित्तीय सलाह नहीं देते हैं, क्योंकि हम SEBI पंजीकृत नहीं हैं। इसके बजाय, हमारा लक्ष्य उपयोगकर्ताओं को ज्ञान से सशक्त बनाना है ताकि वे स्वयं सूचित निर्णय ले सकें।

Follow Us

© 2025 Sharemarketbulls. All rights reserved.

Made with ❤️ for  Bulls